विश्वास और प्रेम की युगलबंदी... विश्वास और प्रेम की युगलबंदी...
आज तार तार से वाक़िफ हूं कल जार जार को तरसा था। आज तार तार से वाक़िफ हूं कल जार जार को तरसा था।
चलो अबकी होली प्यार के रंगों से मनाए। चलो अबकी होली प्यार के रंगों से मनाए।
और वो ही बन गया दुश्मन यहाँ मेरा मगर देखिए आज़म करी जिसकी नवाजिश है बहुत। और वो ही बन गया दुश्मन यहाँ मेरा मगर देखिए आज़म करी जिसकी नवाजिश है बहुत।
रंग फागुनी उमंग फागुनी संग लाया मधुमास।। रंग फागुनी उमंग फागुनी संग लाया मधुमास।।
पर मन में खालीपन सा होगा, तब तुम मुझको याद करोगे। पर मन में खालीपन सा होगा, तब तुम मुझको याद करोगे।